सोशल मीडिया पर किरण बेदी के नातिन मेहर का वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसमे मेहर ने कई गंभीर आरोपों का खुलाशा किया है और अपनी माँ और नानी से कहा है कि परेशान ना करें.
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि बच्चे हीं परिवारिक झगड़े में सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं, और ऐसे मसले में पिता सर्फ एक “Weekend Dad” (साप्ताहिक पिता) बनकर रह जाते हैं, साथ ही बताया कि 80 के दशक के बाद कस्टडी ज्यादातर माँ को दिया जाने लगा.
विडियो को खुद ड़ा किरण बेदी के नातिन मेहर भरूचा ने बना कर सोशल मीडिया पर डाला है. विडियो में अपनी नानी ड़ा किरण बेदी और माँ रुज़बेह भरूचा पर पिता (किरण बेदी के दामाद) को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
मेहर ने कहा है कि बेदी ने कभी भी उसके पिता की मदद नहीं की. और जब माँ, पापा को मारती थी, पीटती थी, पिता पर थूकती थी तो बेदी इसे परिवारिक विवाद बताकर पल्ला झाड़ लिया करती थी.
ज्ञात हो कि किरण बेदी ने मेहर भरूचा (नातिन) के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा रखी थी, और ऐसा लगता है कि मेहर ने यह विडियो जारी कर बताया है कि वह अच्छे से अपने पिता के साथ है. मेहर ने बेदी से कहा कि : (हिंदी में रूपान्तरित)
“किसी ने मुझे चोट नहीं पहुँचाई या मुझे परेशान नहीं किया… आप हमेशा परेशान क्यूँ करती हो… मै सिर्फ अपने पिता के साथ रहना चाहती हूँ और खुशी से जीना चाहती हूँ“
विडियो में मेहर ने बेदी पर पुलिस के जरिए परेशान करवाने की भी बात कही, साथ ही कहा कि उसके पिता और पिता के दोस्तो को भी परेशान किया जा रहा है. मेहर के बयान का हिंदी रूपांतरण :
“किरण नानी, आप अपने पुलिस प्रभाव का उपयोग पापा और उनके दोस्तों को परेशान करने के लिए क्यूँ कर रही हैं…”
मेहर ने कहा कि मां पापा के झगड़े में तो पल्ला झाड़ लिया था, पर अब क्यूँ कर रहे परेशान. साथ ही कहा कि, मेरा किसी ने अपहरण नहीं किया है, मै खुश हूँ, अपने पापा के साथ हूँ. मेहर के कथन का हिंदी रूपांतरण :
“आप ऐसा क्यूँ कर रही हैं, किसी ने मेरा अपहरण नहीं किया है, मै अपने पापा के साथ हूँ… मै बहुत खुश हूँ और सुरक्षित भी हूँ”
मेहर ने विडियो बनाते हुए हीं दूसरे कमरे में पिता के पास जाकर बताती है कि वो विडियो बना रही है तो, पिता इन सबसे अनजान हँसते है और कहते हैं कि पड़ाई कर लो अब.
मेहर ने आगे अपनी माँ और नानी के लिए कहा कि वह अब पापा के साथ हीं रहना चाहती है, और साथ ही कहा कि शर्म आती है मुझे. मेहर के कथन का हिंदी रूपांतरण :
“पाप और मै आपके साथ नहीं रहना चाहते. हम आपसे दूर रहना चाहते हैं. मुझे वास्तव में आपकी बेटी होने पर शर्म आती है और ड़ा किरण बेदी की एकमात्र नतिनी होने पर भी शर्म आती है.”
बाल अधिकारों के कार्यकर्ताओं ने कहा कि, जबतक भारत में “साझा परवरिश और संयुक्त जिम्मेदारी” जैसे कानून नहीं होंगे, तब तक बच्चों के जीवन को नजरअंदाज किया जाता रहेगा.
कार्यकर्ता मनमित सिंह ने कहा कि, कानून के आभाव में, समाज को प्रभावित करने वाले प्रभावशाली लोग बच्चों के जीवन को महत्व ना देकर अपने सम्मान और अहंकार को महत्व देंते हैं. और ऐसे केस सालो साल कोर्ट में चलते रहते हैं.
वकील एवं सामाजिक कार्यकर्ता रूपेनशु प्रताप सिंह ने कहा कि, इस मामले में भी देखा जा सकता है कि कैसे अपने श्रोत का इस्तेमाल बच्चे के पिता के खिलाफ किया जा रहा है. इन सब मे अंततः बच्चे ही सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं.
बाल अधिकार कार्यकर्ता विक्रम बिसयर, ने कहा कि, कस्टडी मैटर में माता-पिता आम तौर पर बच्चे की भलाई के विषय में सोचने के बजाय अपने अहंकार की लड़ाई के रूप में लेते हैं.
कार्यकर्ता अमित लखानी ने ट्वीट कर, पलटवार का डर जताया है.
कार्यकर्ता बरखा त्रेहान ने ट्वीट कर बेदी के इस्तीफे की माँग की.
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[…] ग्यात हो कुछ दिन पहले ही, किरन बेदी की नातिन मेहर ने एक विडियो सोशल मीडिया पर डाला था. विडियो में मेहर ने कहा था कि वो अपने पिता के साथ खुश हैं और पिता के साथ ही रहना चाहती है. […]