राजेंद्र नगर, पटना के रहने वाले अरविंद सिन्हा ने मंगलवार को सुबह 8 बजे गोली मारकर खुदखुशी कर ली.
न्यूजनेशन के मुताबिक, जवानों के आत्महत्या की दर पिछले तीन सालों में बढ़ गयी है. रिपोर्ट में बताया गया है कि अकेले 2018 में 80 जवानों ने खुदखुशी की, जिसमे 16 वायुसेना, 8 जलसेना के जवान थे. वर्ष 2017 में 75 जवानों ने आत्महत्या की वहीं 2016 में यह 104 था.
पुरुष अधिकार के कार्यकर्ताओं ने कानून में पुरुष की महिला वादी कानूनों से सुरक्षा नहीं होने के कारण आत्महत्या के मामले बढ़ने की बात कही. साथ ही जवानों के लिए क्रिमिनल कानूनों में अतिरिक्त सुविधा की माँग रखी. कार्यकर्ताओं ने बताया कि कई मामले में जवानों को बार्डर से कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ते हैं, और इनमे ज्यादातर मामले पारिवारिक कलह का हीं होता है.
सिन्हा 44 वर्षीय भारतीय वायुसेना में विंग कमांडर थे और पब्लिक रिलेशन ऑफिसर के पद पर कार्यरत थे. बताया जाता है कि इन्होने डबल बैरल के बंदूक को अपने पैर में फंसाकर गर्दन में गोली मार कर खुदखुशी कर ली.
खबरों की माने तो, खुदखुशी का कारण पारिवारिक वजह माना जा रहा है. सिन्हा ने प्रयागराज के वायुसेना कॉलोनी में स्थित सरकारी आवास के बरामदे में खुदखुशी की. पास में कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ, खुदखिशी के सही कारण की जाँच पुलिस कर रही है.
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि वे कई तरह के रास्ते अपना रहे हैं, और यहाँ तक कि जरूरत होने पर मनोवैग्यानिक परामर्श की भी सुविधा है.