भारतीय वायुसेना ने आज पाक अधिग्रहीत कश्मीर (POK) में घुसकर मिराज 2000 से हमला कर दिया. हमले में वायुसेना के 12 मिराज के द्वारा तकरीबन 1000 किलोग्राम के विस्फोटक गिराए.
यह हमला भारत द्वारा तब किया गया जब आतंकिओं ने हाल ही में पुलवामा मे CRPF के एक काफिले पर फिदायीन हमला कर दिया जिसमे की भारत 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए. घटना के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सेना को करवाई करने की खुली छूट दे दी.
माना जा रहा है कि, आज के हमले में पाक को भारत ताकत का अंदाजा हो गया होगा, जिससे साफ लगता है कि पाक के पास आधी भी नहीं है.
पुलवामा घटना के बाद नागरिको मे भी काफी रोष था, जिसपर कि प्रधानमंत्री ने भी कहा था कि, वे जनता की भावनाओं को समझ रहे हैं, और जनता का पूरा अधिकार है, साथ ही साथ कहा था कि, यह बहुत ही संवेदनशील मामला है इसलिए आरोप प्रत्यारोप की राजनीति से दूर रहें. भारतीये सेना की शौर्य से हर कोई वाकिफ है और इसपर कोई आँच नहीं आएगी.
इस हमले से भारत यह साफ कर देना चाहता है कि, भारत को नुकसान पहुँचाने वाले किसी भी हाथ को छोड़ा नहीं जाएगा और डटकर मुकाबला करेगा. साल 1971 के बाद यह पहली बार है जब भारतीये वायुसेना ने LOC के पार जाकर हमला किया है.
दरअसल भारत ने अपनी छवि शांतिपूर्ण तरीके से मसला सुलझाने का बना रखा था, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक हद तक तोड़ा है, और यह हमला एक संकेत है.
ANI ने बताया कि, हमले में जैशे मोहम्मद के मास्टर माइंड माने जाने वाले मौलाना अम्मार को निशाना बनाया गया.
पीएम मोदी ने कहा था कि, पुलवामा मे आतंकी हमला, आतंकियों की सबसे बड़ी गलती है, और आज का यह हमला अताँकिओं के लिए करारा जबाब है.
माना जा रहा है कि, हमले में अताँकिओं के 12 ठिकानों को निशाना बनाया गया था, और अब सारे ठिकाने बर्बाद हो चुके हैं. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफ्फूर ने हमले की पुष्टि की है और कहा है कि भारतीय वायुसेना ने LOC का उल्लंघन किया है। हालांकि पाक सेना ने करवाई के जबाब देने की भी बात की है|
ANI ने बताया है कि एक ड्रोन आज सुबह तड़के उड़ा दिया गया, जब वो भारत की सीमा में पाया गया.
हमले के बाद सुषमा स्वराज द्वारा सभी राजनैतिक दलों की मीटिंग जवाहरलाल नेहरू भवन में की.
भारत के इस जवाबी हमले से पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने सराहना किया है.